राष्ट्र सर्वोपरि- तेरा वैभव अमर रहे माँ....हम दिन चार रहें ना रहें...!!
कुछ कंचे आज भी मेरी, मेज पे रक्खे है.. सिर्फ इसी इंतजार में !
कि जो बच्चा कैद है सीने में, कभी तो.. बाहर निकले.!