हवा के साथ आयी
तेरी खुशुबू |
तेरी खुशुबू |
(२)- कह भी तो दो
कहना है जो,वर्ना
रोना है क्या?
कहना है जो,वर्ना
रोना है क्या?
(३)- उडी चिड़िया
पंखों को फैलाकर
दाना लेकर |
पंखों को फैलाकर
दाना लेकर |
(४)- उसने कहा
हम साथ चलेंगे
बन के साया |
हम साथ चलेंगे
बन के साया |
(५)- पत्थर आया
टूटा आइना जैसे
मेरा विश्वाश |
टूटा आइना जैसे
मेरा विश्वाश |
likhte rahiye dost,really nice,
ReplyDeletevivj2000.blogspot.com
siidhe, saral shabdon men sunder abhivyakti.
ReplyDeleteवाह गज़ब के हाइकू हैं.
ReplyDeleteBeautiful thoughts .....expressed beautifully !
ReplyDeleteमारिया जी,विवेक जैन जी,बैचेन आत्मा ब्लाग वले भाईसाहब,शिखा जी,दिव्या जी, आप सभी की बहुमूल्य टिप्पणियों के लिये हम आप के अभारी है...!!
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